नमस्कार मित्रो आज लेख में हम suhagan stri ke niyam बताए गे जैसा कि जानते हैं कि भारतीय समाज में धर्म, ज्योतिष और वस्तु से जुडी चीजों का बहुत ज्यादा महत्व दिया जाता है।उसके साथ ही ज्योतिष में ऐसी कई चीजों के बारे में कहा गया है। जो जाने अनजाने में हमपर असर डालती है। वहीं ऐसे कई कार्य होते है, जो हम जाने अनजाने में कर देते है। परन्तु ये काम हमारे जीवन पर नकारात्मक (Negative) असर डालने लग जाते है। इसी कारण से जिंदगी में कठिनाइयां आने लग जाती है। उसके साथ ही कई बार किसी के वैवाहिक जीवन में ऐसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है। कई बार घर की या जीवन की ऐसी दशा के पीछे घर की महिला के कुछ काम होते है। जिनके कारण से नकारात्मकता आने लगती है।
काले रंग को नकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है। अपने देखा होगा काले रंग के कपडे पहनकर किसी भी पूजा पाठ में शामिल नहीं होने दिया जाता है। इस रंग की चूड़ी पहनना भी बहुत अशुभ माना जाता है। चूड़ियां एक महिला के श्रंगार का हिस्सा है, ऐसे में काले रंग की चूड़ी धारण करना पति और संतान को परेशानियों के सामना करना पड़ता है।
हिन्दू धर्म मे सफ़ेद साड़ी को अशुभ माना जाता है। हिन्दू धर्म के मुताबिक जब कोई स्त्री विधवा हो जाती है, तब वह सफेद साडी धारण करती है। इसीलिए एक सुहागन स्त्री को कभी भी सफ़ेद साडी नहीं पहननी चाहिए। परन्तु आजकल फैशन के चलते कई महिलाये सफ़ेद साडी पहनती है। ये उचित नहीं है।ऐसा कहा जाता है कि एक सुहागन स्त्री के सफ़ेद साडी पहनने से उसके वैवाहिक जीवन में तनाव उत्पन्न होने लगता है। पति के साथ रिश्तो में कड़वाहट आने लगती है और उसके पति की जीवन पर भी खतरा मंडराने लगता है।
सोने की बनी पायल
आज के समय में कई महिलाये सोने की बनी पायल और बिछियां पैरो में पहनने लगी है। किंतु यह उचित नहीं है। सोने को कभी भी पैरो में धारण नहीं करना चाहिए। क्योंकि धन के देवता कुबेर इससे नाराज हो जाते है। सोने के संबंध में मान्यता है कि सोने को सिर्फ कमर से ऊपर के भाग में ही धारण किया जाता है। स्वर्ण को पैरो में धारण करने पर घर में दरिद्रता आने लगती है और महिला के पति की तरक्की भी रुकने लगती है।
तो चलिए दोस्तों जानते विस्तार से कौनसे काम नही करना चाहिए
काले रंग की चूड़ी
काले रंग को नकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है। अपने देखा होगा काले रंग के कपडे पहनकर किसी भी पूजा पाठ में शामिल नहीं होने दिया जाता है। इस रंग की चूड़ी पहनना भी बहुत अशुभ माना जाता है। चूड़ियां एक महिला के श्रंगार का हिस्सा है, ऐसे में काले रंग की चूड़ी धारण करना पति और संतान को परेशानियों के सामना करना पड़ता है।
सफ़ेद रंग की साडी
हिन्दू धर्म मे सफ़ेद साड़ी को अशुभ माना जाता है। हिन्दू धर्म के मुताबिक जब कोई स्त्री विधवा हो जाती है, तब वह सफेद साडी धारण करती है। इसीलिए एक सुहागन स्त्री को कभी भी सफ़ेद साडी नहीं पहननी चाहिए। परन्तु आजकल फैशन के चलते कई महिलाये सफ़ेद साडी पहनती है। ये उचित नहीं है।ऐसा कहा जाता है कि एक सुहागन स्त्री के सफ़ेद साडी पहनने से उसके वैवाहिक जीवन में तनाव उत्पन्न होने लगता है। पति के साथ रिश्तो में कड़वाहट आने लगती है और उसके पति की जीवन पर भी खतरा मंडराने लगता है।
सोने की बनी पायल
आज के समय में कई महिलाये सोने की बनी पायल और बिछियां पैरो में पहनने लगी है। किंतु यह उचित नहीं है। सोने को कभी भी पैरो में धारण नहीं करना चाहिए। क्योंकि धन के देवता कुबेर इससे नाराज हो जाते है। सोने के संबंध में मान्यता है कि सोने को सिर्फ कमर से ऊपर के भाग में ही धारण किया जाता है। स्वर्ण को पैरो में धारण करने पर घर में दरिद्रता आने लगती है और महिला के पति की तरक्की भी रुकने लगती है।
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