नमस्कार दोस्तों ‘द वॉल’ के नाम से विश्व (world)
में प्रसिद्ध (famous) राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ना सिर्फ भारत के अच्छे कप्तान व खिलाड़ी रहे। बल्कि उन्होने क्रिकेट के उपरांत भी भारतीय क्रिकेट में योगदान देना बंद नहीं किया। वह आज भी युवा खिलाड़ियों को तैयार करने में अपना योगदान देते हैं। साथ ही सीनियर खिलाड़ी भी उनके पास सलाह लेने जाया करते हैं। अब नई दीवार के नाम से प्रसिद्ध (famous) चेतेश्वर पुजारा ने भी खुलासा किया है कि राहुल द्रविड़ ने उनकी जीवन (life) में काफी प्रभाव रहा है।
द्रविड़ की सलाह की अवश्यकता थी मुझे
भारत (India) के लिए टेस्ट क्रिकेट (test cricket) में सचिन के उपरांत रन बनाने के मामले में राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid)का नाम दूसरे नंबर पर आता है। राहुल ने ना केवल टेस्ट बल्कि वनडे ( odi) क्रिकेट (cricket) में भी अपनी छाप छोड़ी है। वहीं चेतेश्वर पुजारा ने 2010 में बिता किया और उसके उपरांत से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा है। 2018 में जब विराट सेना ने ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर पर टेस्ट सीरीज परास्त किया तो उसमें पुजारा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज के खिताब से नवाजा गया। अब पुजारा ने एक इंटरव्यू में बताया है कि कैसे राहुल द्रविड़ ने उनकी जिंदगी पर प्रभाव डाला।
चेतेश्वर पुाजार (Cheteshwar Pujara) ने कहा कि उन्होंने मुझे क्रिकेट से दूर रहने के महत्व को समझने में सहायता की। मेरे पास एक ही विचार था, लेकिन जब मैंने उससे बात की तो उन्होंने मुझे इसके बारे में बहुत स्पष्टता के साथ बताया। मुझे ऐसी सलाह की अवश्यकता थी।’
क्रिकेट से परे भी है जिंदगी
पुजारा टेस्ट स्पेसलिस्ट बल्लेबाज हैं। उन्होंने अब तक 77 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें 48.7 के औसत के साथ 5840 रन बनाए हैं। पुजारा के नाम 18 शतक, 3 दोहरे शतक बनाए हैं। हमेशा ही देखा गया है कि पुजारा लाइमलाइट से दूर ही रहना पसंद करते हैं। मैदान पर भी वह काफी शांत स्वभाव के साथ बल्लेबाजी करता है। जब वह क्रिकेट से दूर होते हैं, तो अपने परिवार के साथ समय बिताना पसंद करते हैं।
पुजारा ने आगे बोले कि मैंने काउंटी क्रिकेट में भी देखा कि कैसे वे व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन को अलग रखते हैं। मैं उस सलाह को बहुत महत्व देता हूं। बहुत से लोग मानते हैं मैं अपने खेल पर अवश्कता से अधिक ध्यान देता हूं।मैं ऐसा हूं लेकिन मुझे यह भी पता है कि कब पेशेवर जीवन से दूरी बनानी है। क्रिकेट से परे भी जीवन है।’
‘द्रविड़ मेरे लिए हैं बहुत महत्वपूर्ण’
पुजारा के खेलने का तरीका काफी हद तक राहुल द्रविड़ से मिलता है। असल में राहुल की ही तरह पुजारा भी टेस्ट में यदि एक बार टिक गए तो बड़े-बडे़ सूरमा गेंदबाज भी उन्हें आउट नहीं कर पाते हैं। इसीलिए तो राहुल के संन्यास के बाद से पुजारा भारत की टेस्ट टीम के नंबर-3 पर बने हुए हैं। लेकिन पुजारा का कहना है कि वह राहुल को कॉपी नहीं करते हैं। पुजारा ने आगे बोले मेरी पसंद-नापसंद परिवर्तन होते रहती है , किंतु द्रविड़ भाई मेरे लिए काफी मायने रखते हैं। मेरे लिए वो हमेशा प्रेरणा के स्रोत रहे हैं और रहेंगे। राहुल भाई से लगाव के उपरांत भी मैंन कभी उनकी नकल करने की प्रयास नहीं की।
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