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Yuvraj Singh क्रिकेट से लिया रिटायरमेंट जानिए Yuvraj Singh जुड़ी 10 अनसुनी कहानी

अच्छा चलता हूँ दुआओ में याद रखना
Yuvraj Singh क्रिकेट से लिया रिटायरमेंट जानिए Yuvraj Singh जुड़ी 10 अनसुनी कहानी

हरफनमौला खिलाड़ी (Yuvraj Singh)युवराज सिंह ने सोमवार को मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अपने रिटायरमेंट लेने का ऐलान कर दिया।इस मौके पर उनके साथ (wife)  पत्नी हेजल (Hedge kitch)और मां भी मौजूद थी। प्रेंस कॉन्फ्रेंस के दौरान युवराज सिंह भावुक नजर आए और इससे पहले एक फिल्म दिखाई गई। युवराज सिंह ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि यह रिटायरमेंट लेने का सबसे बेहतरीन दिन था।

युवराज सिंह ने 2007 के टी टवेंटी विश्वकप और 2011 का विश्वकप जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी।
Yuvraj Singh क्रिकेट से लिया रिटायरमेंट जानिए Yuvraj Singh जुड़ी 10 अनसुनी कहानी


( (Yuvraj Singh)) युवराज सिंह ने कहा कि मैंने कभी हार नहीं मानी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 2011 का वर्ल्ड कप जीतना मेरे लिए सपने सरीखा था। मैंने अपने पिता का सपना पूरा किया। युवराज ने 304 वनडे खेले थे और 8701 रन बनाए थे। उन्होंने 58 टी20 मुकाबले भी खेले थे जिसमें उन्होंने 1177 रन जमाए।उन्होंने 2007 के टी 20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के पेसर स्टुअर्ट ब्रॉड के खिलाफ एक ओवर में छह छक्के जमाए थे।


जिताया था 2011  (world cup)वर्ल्ड कप
Yuvraj Singh क्रिकेट से लिया रिटायरमेंट जानिए Yuvraj Singh जुड़ी 10 अनसुनी कहानी


 (Yuvraj Singh) युवराज सिंह के लिए सबसे बड़ी चीज 2011 का  (world cup) विश्वकप था, जिसमें उन्होंने चार अर्धशतक और एक शतक लगाया था। इस दौरान उन्होंने 15 विकेट भी झटके थे। उनके इस प्रदर्शन की बदौलत वे मैन ऑफ द टूर्नामेंट बने थे।

आगे युवी कहा कि मेरे लिए 2011 वर्ल्ड कप जीतना, मैन ऑफ़ द सिरीज़ मिलना सपने की तरह था। इसके बाद मुझे कैंसर हो गया यह आसमान से ज़मीन पर आने जैसा था। उस वक्त मेरा परिवार, मेरे फैन्स मेरे साथ थे।

कैंसर को भी दी थी हराया (Cncer was also defeated)
Yuvraj Singh क्रिकेट से लिया रिटायरमेंट जानिए Yuvraj Singh जुड़ी 10 अनसुनी कहानी



 (world cup) विश्वकप 2011 जीते हुए कुछ पल ही तो हुआ था उसी पल बुरी खबर मिली कि उसे एक खतनाक  बीमारी हो गई , उस वक्त जीत का जश्न मनाने कहां ज्यादा दिन हुआ था, हालांकि Yuvraj Singh) युवी को वर्ल्ड कप जीतने के बाद बुरी खबर मिली। उन्हें पता चला कि उनके दोनों दो फेफड़ों में ट्यूमर है। युवराज को यह बखूबी समझ में नहीं आ रहा था उनके साथ क्या हो गया, आखिर हमारे  सिक्सर किंग (sixer king) कहा हार मानने वाले थे और जो हार मान ले वो Yuvraj Singh) युवराज हो ही नही सकता, आगे क्या हुआ चलिए बताते हैं उस पर Yuvraj Singh) युवराज कैसे जीते  जिंदगी की सबसे कठिन चलिए आपको बताते???


उसके बाद उन्होंने बहादुरी से इस बीमारी को हराया, जैसे कि उन्होंने विपक्षियों को हराया था। वे पूरी तरह से हेल्दी होकर एक बार फिर क्रिकेट के मैदान में उतरे। लेकिन वे पहले जैसी फार्म नहीं दिखा सके और उन्होंने अंततः क्रिकेट को अलविदा करने का फैसला लिया।

 युवी जिंदगी सबसे मुश्किल जंग जीत लिया उधर फैन्स सबसे खुशी मौका मिला फिर से युवराज (Cricket ground) क्रिकेट मैदान में वापसी की।।

आईए जानते  (Yuvraj Singh) युवराज सिंह की जिंदगी जुड़ो 10 अनसुनी कहानी

1)  (Yuvraj Singh) युवराज सिंह के खून में क्रिकेट है. दरअसल, उनके पिता (Yograj Singh)योगराज सिंह भारत के पूर्व क्रिकेटर रह चुके हैं. योगराज सिंह ने भारत के लिए एक टेस्ट मैच और छह वनडे मैच खेले थे।।



2) बचपन में (Yuvraj Singh) युवराज सिंह को टेनिस और स्केटिंग की तरफ झुकाव था. लेकिन, पिता के कहने पर उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरू किया।

3) (Yuvraj Singh) युवराज सिंह को शुरूआती दिनों में क्रिकेट के गुर पूर्व क्रिकेटर (Navjot Singh Sidhu) 
नवजोत सिंह सिद्धू ने सिखाए थे. कहा जाता है कि  (Yuvraj Singh)युवराज सिंह की बल्लेबाजी बचपन में इतनी खराब थी कि वह फुल टॉस गेंदों पर भी बोल्ड हो जाते थे।



4) साल 1995 में  (Yuvraj Singh)युवराज सिंह को पहली बार पंजाब अंडर-16 टीम की ओर से खेलने का मौका मिला था. जबकि पंजाब अंडर-19 के लिए खेलते हुए उन्होंने हिमाचल प्रदेश के खिलाफ एक मैच में 137 रनों की लाजवाब पारी खेली थी।

5) साल 2000 में भारत ने पहली बार अंडर-19 क्रिकेट विश्वकप जीता था. इस विश्वकप में  (Yuvraj Singh)
युवराज सिंह ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ महज 25 गेंदों में 58 रनों की पारी खेली थी. और टीम इंडिया को फाइनल में पहुँचाया.



6) उसी साल  (Yuvraj Singh)युवराज सिंह को केन्या के खिलाफ वनडे डेब्यू मैच खेलने का मौका मिला. पर असली सफलता उन्हें इंग्लैंड में खेले गये नेटवेस्ट ट्रॉफी में मिली. जहाँ, युवराज सिंह ने 63 गेंदों में 69 रनों की पारी खेलकर टीम इंडिया को ऐतिहासिक जीत दिलाई.

7) साल 2007 के टी20 विश्वकप में इंग्लैंड के खिलाफ स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में  (Yuvraj Singh) युवराज सिंह ने छह लगातार छक्के जड़े थे. युवी का ये रिकॉर्ड आज भी कायम है. साथ ही टी20 क्रिकेट में सबसे तेज 12 गेंदों में 50 रन बनाने का रिकॉर्ड भी उनके नाम है



8) 2011 क्रिकेट विश्वकप मेंYuvraj Singh)युवराज सिंह ने 362 रन बनाने के अलावा 15 विकेट भी चटकाए थे. भारत को दूसरा विश्वकप जीत दिलाने में Yuvraj Singh) युवी ने अहम भूमिका निभाई थी।

9) ( team india )भारतीय क्रिकेट में अतुल्य योगदान के लिए युवराज सिंह को साल 2012 में अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया. जबकि 2014 में उन्हें पद्म श्री अवॉर्ड भी मिला।

10) (Yuvraj Singh)युवराज सिंह ने एक्ट्रेस हेजल कीच के साथ साल 2016 में शादी रचाई. हेजल कीच हिंदी फिल्मों में काम कर चुकी हैं।

 (Yuvraj Singh) युवराज सिंह ने रिटायरमेंट ऐलान करते वक्त जो बाते कही वो सभी दिल जीत लिया।।

 (Yuvraj Singh)युवराज सिंह ने कहा कि मैंने इस खेल के लिए खून-पसीना बहाया है और अब मेरी प्राथमिकता कैंसर रोगियों की मदद करना होगी।

 (Yuvraj Singh) युवराज सिंह अपनी क्रिकेट के लिए हमेशा लोगों के दिलों में रहेंगे वह हमेशा याद रखे जाएंगे ,  वह हमेशा याद आएंगे क्योंकि  (Yuvraj Singh)युवराज सिंह जैसा क्रिकेट है ना कभी आया है ना कभी आएगा युवराज सिंह ने अपने अपने रिटायरमेंट वक्त के ऐलान करते हुए भावुक हो गये वह क्रिकेट को कितना मिस करेंगे इसका अंदाजा लगाना मुश्किल होगा क्योंकि युवराज जैसा क्रिकेट क्रिकेट को हमेशा ही मिस करेंगे।


 जितना  (Yuvraj Singh) युवी क्रिकेट मिस करेंगे उतना ही उनके फैंस भी (Yuvraj Singh) युवराज सिंह को मिस करेंगे (Yuvraj Singh) युवराज सिंह के छह छक्कों को कौन भूल जाए हमेशा के लिए याद रहेगी world cup का 2007 के छह छक्के भला कैसे इंग्लैंड के खिलाफ भारत की उस world cup (Yuvraj Singh) युवराज सिंह शानदार प्रदर्शन करके( team india ) भारतीय क्रिकेट को (t20 world cup) विश्वकप का चैंपियन बनाया, उसके बाद 2011 का (world cup)वर्ल्ड कप कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझते हुए भी टीम इंडिया को विश्वकप जीतने का देश के करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों का सपना (Yuvraj Singh)युवराज सिंह ही पूरा किया था। युवराज सिंह के छह छक्के रहे या (Yuvraj Singh)युवराज सिंह के अंदाज हमेशा लोगों के दिलों में रहेंगे,  अगर युवराज कमेंट्री करेंगे या नहीं करेंगे ये (Yuvraj Singh) युवी पाजी बताएगे इसे अगर वो कमेंट्री करेंगे तो लोग उनको सुने के लिए बेसब्री से इंतजार करेंगे।

हम तो यही कहेगे (Yuvraj Singh) युपी पाजी कभी कभी अलविदा मत कहना हम हमेशा ही याद रखे।आपने जो क्रिकेटर के लिए किया वो शायद ही कोई खिलाड़ी कर नही सकेगा और ना कोई दूसरा क्रिकेटर आपकी बराबरी कर पाएगा।


























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