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राफेल डील का सच।। राफेल पांच बड़े सबुत जिससे आपको विश्वास हो जाएगा राफेल में कोई घोटाला नही हुआ



नमस्कार दोस्तो आप सभी स्वागत है।हर कोई राफेल की सच क्या है यही जाना चाहते है चलिए आज के इस लेख में आपको बताते राफेल की वो पांच बड़ी सबूत देंगे जिस से आपको भरोसा हो जाएगा राफेल घोटाला पर नही बल्कि कांग्रेसी सबसे वोट के लिए देश सुरक्षा जुड़े गंभीर मुद्दा पर भी झुठ बोल रही है इस लेख पुरा पढ़ने के बाद आपको भी विस्वास हो जाएगा।

आईए जानते राफेल का वो सच जो आपको अभी किसी मिडिया नही बताया जिसके राहुल गांधी भी राफेल पर बोलने से पहले सोचेगे जी दोस्तो इस लेख पुरा पढ़िए हम अभीतक आपको किसी नही बताया है।राफेल पर सुप्रीम कोर्ट कहा ऱाफेल पर कोई घोटाला नही है चलिए बताते सुप्रीम कोर्ट जजमेंट प्रमुख बाते जिसे आपको जाना चाहिए।


(१.) सुप्रीम कोर्ट राफेल पर किया कहा 

सुप्रीम कोर्ट ने कहा राफेल घोटाला नही हुुआ सुप्रीम कोर्ट
ने आगे कहा कुछ मिडिया रिपोर्ट या न्यूज पेपर की वजह से हम ये किसी राष्ट्रीय सुरक्षा के जुड़े महत्वपूर्ण समझौता पर  रोक नही सकते है।

(२.) क्या मोदी सरकार अनिल अंबानी 30 हजार करोड़ फायदा पहुंचाया 


एक आरोप राहुल गांधी लगाते है की नरेंद्र मोदी
अनिल अंबानी पीएम नरेंद्र मोदी 30 हजार करोड़ की फायदा पहुंचाया जो बिल्कुल गलत आरोप असलियत ऐसा कुछ नही उस में सहयोगी डसॉल्ट एविएशन ने की तय की इस मोदी सरकार कोई रोल नही है बल्कि राफेल बनाने वाली कंपनी डसॉल्ट एविएशन ने ही तय किया था।राफेल सिर्फ अनिल अंबानी कंपनी नही बल्कि और भी कई कंपनी शामिल है इसका मतलब यही है राहुल गांधी देश सेना कमजोर करने की रणनिती तहत ही लगातार राफेल डील झुठा आरोप लगा रहे जो असलियत बिल्कुल सही नही है।

(३.) मोदी सरकार हटाने पाकिस्थान की समर्थन मांनते थे कांग्रेस नेता 


 राहुल गांधी कई नेता दुश्मन देश पाकिस्थान जाते है। भारत बुराई भी करते है। इस सरकार हटाने के लिए कांग्रेस के एक नेेता पाकिस्थान से कहा था।जी हाँ दोस्तो हम बात कर रहे है मणिशंकर अय्यर के बारे  याद है जब वो पाकिस्थान में टीवी चैनल से बातचीत ये कहा था। दुसरे तरफ नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा हर बार पाकिस्थान ही शांति की पहल करता है। जब मिडिया ये पुछा आपके सीएम पंजाब पाकिस्थान जाने से माना किया फिर आप क्यू गये इसके बदले में जवाब दिया था उनके कप्तान राहुल गांधी ने भेजा इसलिए गया था। हमारा किसी पार्टी देशविरोधी कहना नही  बल्कि ईमानदार पत्रकारिता तहत सच को बताना बाकी जनता तय करेंगी कौन गलत सही है।

(४.) युपीए सरकार सच डील किया था 


 कांग्रेस से हमेशा ही आरोप लगाती है कि युपीए सरकार 108 राफेल खरीदा गया जो बिल्कुल निदधार और ऐसा कोई डील युपीए सरकार फाइनल नही किया था।भारत ने 2007 में 126 मीडियम मल्टी रोल कॉम्बैट एयरक्राफ्ट(एमएमआरसीए) को खरीदने की प्रक्रिया शुरू की थी। तब तत्कालीन रक्षा मंत्री एके एंटनी ने भारतीय वायु सेना से प्रस्ताव को हरी झंडी दी थी। लेकिन ये डील तत्कालीन युपीए सरकार 2007 और 2014 तक नही किया गया एक तरह से राहुल गांधी देश साथ और सेना साथ बहुत बड़ा विश्वासघात किया।क्योंकि सेना 2007 में ही कह दिया उन्हे राफेल की जरूरत है लेकिन युपीए सरकार 2014 तक यानी जबतक युपीए सरकार रही तबतक ये डील फानइल ही नही ऐसा कहा जा ये सब  राहुल गांधी जीजा रॉबर्ट वाड्रा को मनपंसद कंपनी को डसॉल्ट एविएशन अपनी सहयोगी कंपनी नही बनाना चाहते थे इसी बात से गांधी परिवार और डसॉल्ट एविएशन नाराज थे जिसका नतीजा गांधी परिवार ऐसा लगता है आजादी के बाद से अबतक हर डील में गांधी परिवार जिस घुस लेने मौका मिला उसी तरह राफेल मिलना इसका निजी स्वार्थ के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे गंभीर मुद्दा पर भी राजनिती कर रहे है जबकि सुप्रीम कोर्ट भी कह चुकी है राष्ट्रीय सुरक्षा मसला और इसमें कोई घोटाला नही हुआ है।


(५.) राफेल डील क्या कितने का है और कब आएगा पहला प्लेन 


आपको बाद में सरकार ने कीमतों के बारे में बात करने से इनकार कर दिया। साथ ही यह कहा जा रहा है कि 36 राफेल विमानों की सुरक्षा वजह से कीमतों बारे जानकारी मिडिया शेयर नही किया जा सकता है। इस पर साफ शब्दो कह दिया राष्ट्रीय सुरक्षा पर किसी तरह की समझोता नही किया जाए गया वो भी उस कांग्रेस को नही बताया जा सकता है जो पाकिस्थान जाकर भारत अपमान करते है और मोदी सरकार आगे कहा 36 राफेल विभान ही विदेश बनेंगे और उसके बाद से सारे विभान भारत में ही मेक इन इडिया तहत बनेंगी यानी भारतीय सेना को किसी तरह के लड़ाकू विभान लंबे समय इन्तजार नही करना और आपको बता पहला
विभान इसी साल भारतीय सेना को मिल जाएगा।
खैर सच्ची रिपोर्टिंग के बाद कई लोग हमारे ऊपर सवाल उठाएगे उसके लिए और देश की सुरक्षा और सेना पहले है एक फिर बता दे हमारा मकसद किसी पार्टी या दल समर्थक नही बल्कि देश पहले रखना है।


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